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कोविड-19: मामलों में वृद्धि के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह – घबराने की नहीं, सतर्क रहने की अपील.

 


 नई दिल्ली: देश के कुछ राज्यों में कोविड-19 मामलों में हल्की बढ़ोतरी के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नई एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने जनता से घबराने की बजाय सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियों का पालन करने की अपील की है। मंत्रालय के अनुसार, फिलहाल सामने आ रहे अधिकतर मामले हल्के हैं और घर पर ही इलाज चल रहा है। मौजूदा वेरिएंट्स में न तो गंभीरता और न ही संक्रामकता में कोई वृद्धि देखी गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में एक मजबूत निगरानी प्रणाली कार्यरत है, जो इंटीग्रेटेड डिज़ीज़ सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के सेंटिनल सर्विलांस नेटवर्क के ज़रिए सांस की बीमारियों, जिनमें कोविड-19 भी शामिल है, की निगरानी करती है।

सरकार की कोविड-19 एडवाइजरी

एडवाइजरी में कहा गया है,
"कुछ राज्यों जैसे केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि में कोविड-19 के मामले सामने आए हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि पूरे भारत में सांस संबंधी बीमारियों की निगरानी के लिए एक सशक्त प्रणाली कार्यरत है, जिसमें IDSP और ICMR का सेंटिनल सर्विलांस नेटवर्क शामिल है। फिलहाल सामने आए अधिकतर मामले हल्के हैं और घर पर ही देखभाल की जा रही है।"

एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि
"हाल ही में सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और कुछ अन्य देशों में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स सामने आई हैं। संबंधित देशों के नेशनल इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेशन (IHR) संपर्क सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वहां फैल रहे वेरिएंट्स की संक्रामकता या गंभीरता में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी गई है।"

जिन राज्यों में अधिक मामले सामने आए

केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली वे प्रमुख राज्य हैं जहां हालिया मामलों की संख्या अधिक रही है। अकेले केरल में इस माह 270 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि महाराष्ट्र में जनवरी से अब तक 106 मामले सामने आए हैं। तमिलनाडु, कर्नाटक और दिल्ली में भी संक्रमण की संख्या बढ़ी है, लेकिन अधिकांश मरीजों को बुखार, गले में खराश और थकान जैसे हल्के लक्षण हैं और वे कुछ ही दिनों में घर पर ठीक हो रहे हैं।

दिल्ली-एनसीआर में स्थिति

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र भी सतर्कता की स्थिति में हैं। नोएडा में चल रही इस लहर के दौरान पहला मामला एक 55 वर्षीय महिला में सामने आया है, जो हाल ही में ट्रेन यात्रा से लौटी थीं। गाजियाबाद में 4 संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से एक मरीज को अस्पताल में भर्ती किया गया है।

कर्नाटक में ताजा आंकड़े

24 मई को कर्नाटक में 35 नए मामलों की पुष्टि हुई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने जनता को आश्वस्त किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। राज्य सरकार ने अस्पतालों को पर्याप्त बिस्तरों, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

नए वेरिएंट्स की पहचान

भारत में दो नए सब-वेरिएंट्स की पहचान हुई है:

  • NB.1.8.1 (तमिलनाडु)

  • LF.7 (गुजरात)
    ये वेरिएंट्स सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग जैसे क्षेत्रों में भी पाए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इनमें गंभीर बीमारी फैलाने की कोई विशेष प्रवृत्ति नहीं पाई गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन्हें फिलहाल “Variants Under Monitoring” की श्रेणी में रखा है।

वर्तमान में प्रमुख वेरिएंट

देश में फिलहाल सबसे अधिक मामलों में पाया गया वेरिएंट JN.1 है, जो कुल अनुक्रमित मामलों में से आधे से अधिक है। इसके बाद BA.2 और अन्य ओमिक्रॉन उप-शाखाएं हैं।

मंत्रालय की अपील: सतर्क रहें, सावधानी बरतें

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों और स्वास्थ्य संस्थानों में बुनियादी सावधानियां ज़रूर बरतें। केरल में अस्पतालों में मास्क पहनना फिर से अनिवार्य कर दिया गया है। जिन लोगों को सांस संबंधी लक्षण हैं, उन्हें मास्क पहनने और सामाजिक संपर्क कम करने की सलाह दी गई है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सुझाव दिया है कि वे N95 मास्क, हैंड सैनिटाइज़र और सेल्फ-टेस्ट किट्स का प्रयोग जारी रखें, ताकि किसी भी स्थिति से सुरक्षित रूप से निपटा जा सके।

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